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Why Do We Celebrate Dussehra ? । हम दशहरा क्यों मनाते हैं ?

दशहरा के बारे बहुत लोग जानते है लेकिन उसकी पूरी जानकारी कोई नहीं जानता।रावण राम के बारे में इसे एक प्रतीक माना जाता है, बुराई पर अच्छाई की जीत लेकिन अफसोस हम में से बहुत से लोग दशहरा का मतलब ही नहीं जानते.

Why Do We Celebrate Dussehra ? । हम दशहरा क्यों मनाते हैं ?


हम इसे क्यों सेलिब्रेट करते हैं, और हमारा दुर्भाग्य हम अपनी नई जनरेशन को भी इसका गलत मीनिंग बताते हैं, हम केवल क्या जानते हैं बस इतना ही कि आज के दिन प्रभु राम ने रावण का वध किया था, और सीता माता को रावण की कैद से मुक्त किया था.

और इसी वजह से हम रावण को एक बुरे इंसान की नजरों से देखते हैं नहीं आज पूरी पृथ्वी पर रावण जैसा कोई महापंडित पैदा नहीं हुआ उसके जितना कोई महा ज्ञानी नहीं जन्मा रावण है, इस पृथ्वी पर वह व्यक्ति था जो शिव का परम भक्त था.

शिव भक्तों की बात करते हैं तो रावण का नाम सबसे ऊपर आता है, रावण की तपस्या को इग्नोर नहीं किया जा सकता, वह एक महत्वपूर्ण था रावण की मां का नाम के कैसे और पिता का नाम मिश्रा पशु था रावण के पास ज्ञान का भंडार था ,

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और शायद इसीलिए रावण जैसा महा ज्ञानी दोबारा इस पृथ्वी पर महारत हासिल थी जो इंसान इतना बड़ा तपस्वी इतना बड़ा ज्ञानी और इतना बड़ा शिव भक्त हो, वह इतना बुरा हो सकता है अगर वह पूरा होता तो सीता को ले जाने के बाद उसके साथ दुष्कर्म कर सकता था.

परंतु उसने ऐसा नहीं किया हम केवल उतना ही समझ सकते हैं जितनी हमारी समाज है, यह सब कुछ समझने के लिए हमें ज्ञान होना चाहिए प्रभु राम ने रावण का वध नहीं किया था, और रावण का वध उसके तस्वीरों को नष्ट करना यह केवल एक प्रतीक था. हमने तो रामायण कथा में केवल इतना ही सुना है कि रावण के 10 सिर थे अगर उसका एक सिर काट भी दिया जाता था.

 तो दूसरा सिर फिर से आ जाता था रावण के 10 सिर भूत अधिकारों का प्रतीक है काम क्रोध लोभ मोह अहंकार ईशा वेस्ट आलस्य यह स्वीकार हम सबके अंदर होते हैं. रावण के 10 सिर इन्हीं दसवीं कारों का प्रतीक है 10 विकार यानी तहसील हिंदी करो को एक एक कर नहीं गिराया जा सकता.

इसलिए करता था तो वह पुनः आ जाता था और ठीक है आप अपनी असल जिंदगी में देखिए क्या आप अपने विकारों को एक-एक करके खत्म कर सकते हैं नहीं आप ही का खत्म करने की कोशिश करेंगे .तभी दूसरा विकार आपके अंदर आ जाएगा.

और आप लोग भी तो मुझसे कमेंट में ही पूछते हैं कि सर मुझे गुस्सा बहुत आता है वीकार बहुत है मैं मोह माया में फंसा हुआ हूं. मुझे आलस बहुत है आप एक-एक विकारों के बारे में मुझसे पूछते हो जबकि इन्हें एक-एक करके खत्म नहीं किया जा सकता.

Why Do We Celebrate Dussehra ? । हम दशहरा क्यों मनाते हैं ?


ऐसे में प्रभु राम ने क्या किया प्रभु राम ने रावण की नाभि पर तीर से वार किया जहां पर होती है बॉडी कॉन्शसनेस वही है मूल जड़ पर हम सलूशन ढूंढते हैं. जबकि इन सब से मुक्त होने का सलूशन आपके भीतर ही है अगर आप इसके मूल आधार पर काम करते हैं तो यह काम करता है.

और मैं भी तो आपको ही सिखाता हूं ध्यान करना आप लोगों से कोई भी प्रॉब्लम पूछते हैं मैं आपको ध्यान बताता हूं. आप फोन कीजिए रिटर्न में जाने से आप अपनी बॉडी कॉन्शसनेस पर काम करते हैं तब आपकी बॉडी कॉन्शसनेस आफ थिस ओर से एक होकर परम आनंद में विलीन हो जाती है.

और आपके सभी विकार खत्म हो जाते हैं आप सभी विकारों पर विजय पा सकते हैं प्रभु श्री राम जी ने भगवान रावण का वध एक बार किया था हां बिल्कुल सही सुना मैंने भगवान रावण कहा क्योंकि मैं तो उनके जितना बड़ा ज्ञानी कभी नहीं हो सकता हम अपने बच्चों को भी यही सिखाते हैं कि रावण एक बूढ़ा आदमी था नहीं इंसान कोई बुरा नहीं होता .

उसके अंदर की बुराइयां वह पूरी होती है रावण बुरा होता तो रावण के अंतिम चरण में जब रावण की मृत्यु हो रही थी. तो प्रभु राम लक्ष्मण से नहीं कहते कि जाओ रावण से ज्ञान ले लो .प्रभु राम सब कुछ जानते थे यदि पहले से ही पेट ही मैं यह नहीं कहता कि हमारी परंपराएं बुरी है.

नहीं बल्कि उन परंपराओं को बनाने का तरीका गलत है,हमारे अंदर जो भाव हैं वह गलत है अगर आप हर साल रावण को जलाते हैं, और इस भावना से जलाते हैं रावण का वध नहीं बल्कि उन तस्वीरों का वध है, जिसे आज पूरा समाज में स्थित है.

भारत में रावण को जलाकर जो गलती हमने की और बार-बार करते हैं वही गलती श्रीलंका में भगवान श्री रामचंद्र जी का पुतला जलाकर वहां के लोग करते हैं. यह केवल एक दूसरे की परंपराएं और भावनाओं को ठेस पहुंचाना है इस पृथ्वी पर सबसे पहले कथा रामायण यह इकलौती ऐसी कथा है जिसमें हमारे पूरे जीवन का आधार मूल्य है.

और अब खुद ही देख सकते हैं हमारी फिल्में भी कहीं ना कहीं इन्हीं कथाओं से मैच करती हैं, हम इससे ज्यादा अलग नहीं सोच पाते क्योंकि यह मानव जीवन की घटना है, यह हर किसी के साथ करती है फिल्मों में भी तो यही होता है.

फिल्म हीरोइन को किडनैप कर लेता है हीरो आकर बचाता है घर गिरस्ती परिवार रिश्ते नाते सब कुछ हम आज की फिल्मों में भी देख सकते हैं. और रामायण भी तो एक परिवारिक कहानी है लेकिन इसे समझना बहुत जरूरी है.

Why Do We Celebrate Dussehra ? । हम दशहरा क्यों मनाते हैं ?


मैं यह नहीं कहता कि दशहरा को सेलिब्रेट नहीं करना चाहिए. लेकिन हमारे भीतर की भावनाओं को देखते हुए आप अपने बच्चों को सिखाइए कि रावण बुरा आदमी था. उसके अंदर कुछ बुराइयां थी यह बहुत पुरानी कथा और शिव जी का परम भक्त भी वह भला गलत कैसे हो सकता है.

तो बस आज के लिए इतना ही यार अगर थोड़ा ज्यादा बोल दिया हो तो माफ़ कर देना नहीं तो थोड़ा ठीक होकर समझने की कोशिश करना.

और शायद आज मेरी कोई अच्छी नहीं होगी मैंने आपको पहले ही बता दिया था.

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